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नेतृत्व
श्री साकेत चतुर्वेदी
मुख्य कार्यपालक अधिकारी (मिग कांप्लेक्स)
श्री साकेत चतुर्वेदी एमआईटीएस ग्वालियर से इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में स्नातक हैं, मैनिट भोपाल से डिजिटल कम्यूनिकेशन में एम.टेक, मार्केटिंग में एमबीए हैं और प्रोजेक्ट मैनेजमेंट आईपीएमए लेवल-सी प्रमाणित प्रोफेशनल हैं । वे एनर्जी इफिसिएंसी ब्यूरो द्वारा सर्टिफाइड एनर्जी मैनेजर होने के साथ-साथ एनर्जी ऑडिटर भी हैं । उन्होंने आईआईएम, अहमदाबाद से लीडरशिप डेवलपमेंट प्रोग्राम पूरा किया है ।
उन्होंने वर्ष 2004 में एचएएल में कार्यभार ग्रहण कि. और नासिक में विभिन्न क्षमताओं एवं विभागों जैसे संयंत्र अनुरक्षण, आउटसोर्सिंग, मिग आरओएच, कारोबार विकास एवं परियोजनाओं में कार्य किया है। उन्होंने सीईओ (आईआरएएल) के रूप में एचएएल संयुक्त उद्यम, आईआरएएल (इंडो रशियन एविएशन लिमिटेड) का भी नेतृत्व किया और बाद में जुलाई 2020 में एयरक्राफ्ट ओवरहॉल प्रभाग, नासिक के महाप्रबंधक के रूप में पदभार भी संभाला।
एयरक्राफ्ट ओवरहाल प्रभाग, नासिक के महाप्रबंधक के रूप में उनके नेतृत्व में, उन्होंने एसयू-30 एमकेआई विमान के आरओएच साइकल टाइम को कम करने की चुनौती ली और परियोजना प्रबंधन उपकरणों का प्रभावी ढंग से उपयोग करके 22 माह के निर्धारित साइकल टाइम के संबंध में 15 माह के साइकल टाइम को सफलतापूर्वक हासिल किया । इससे विमानों का त्वरित कायापलट सुनिश्चित हुआ जिससे विमान के कुल तकनीकी जीवन (टीटीएल) का प्रभावी उपयोग बढ़ा और जिससे भारतीय वायुसेना की संक्रियात्मक तैयारियों में वृद्धि हुई।
वे सुखोई-30 एमकेआई विमानों के 40 प्रकार के गैर-मरम्मत योग्य एलआरयू के लिए मरम्मत प्रौद्योगिकियों के स्वदेशी विकास के आर्किटेक्ट रहें, जो आत्मनिर्भरता को मजबूत करने और सुखोई -30 आरओएच में आत्म निर्भरता प्राप्त करने की दिशा में एक बड़ा कदम है ।
वित्त वर्ष 2021-22 एवं 2022-23 के लिए, उन्होंने एयरक्राफ्ट ओवरहॉल प्रभाग को प्रत्येक वर्ष लगातार 20 विमानों का उत्पादन करके क्रमशः 14 एवं 11 विमानों के सुखोई -30 आरओएच कार्य को न केवल प्राप्त करने के लिए ही नहीं, बल्कि उससे आगे बढ़ाने के संबंध में नेतृत्व किया। प्रभाग को वर्ष 2020-21 एवं 2021-22 के लिए लगातार "वास्तविक कार्य निष्पादन" श्रेणी के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले प्रभाग के रूप में सम्मानित किया गया ।
इसके अलावा, एरोनॉटिकल उद्योग की क्षमताओं का प्रदर्शन करते हुए, उन्होंने टीम का नेतृत्व किया और अब तक के सबसे बड़े डिफेंस एक्सपो 2022 को सफलतापूर्वक निष्पादित किया ।श्री साकेत चतुर्वेदी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी (मिग कॉम्प्लेक्स) एचएएल
श्री साकेत चतुर्वेदी
एमआईटीएस ग्वालियर से इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में स्नातक हैं, M.Tech मैनिट भोपाल से डिजिटल संचार में, विपणन में एमबीए और एक परियोजना प्रबंधन आईपीएमए स्तर-सी प्रमाणित पेशेवर हैं। वह ऊर्जा दक्षता ब्यूरो द्वारा प्रमाणित ऊर्जा प्रबंधक सह ऊर्जा लेखा परीक्षक भी हैं। उन्होंने आईआईएम, अहमदाबाद से लीडरशिप डेवलपमेंट प्रोग्राम किया है। वह 2004 में एचएएल में शामिल हुए और नासिक में विभिन्न क्षमताओं और विभागों जैसे संयंत्र रखरखाव, आउटसोर्सिंग, मिग आरओएच, व्यवसाय विकास और परियोजनाओं में कार्य किया है। उन्होंने सीईओ (आईआरएएल) के रूप में एचएएल संयुक्त उद्यम, आईआरएएल (इंडो रशियन एविएशन लिमिटेड) का भी नेतृत्व किया और बाद में जुलाई 2020 में एयरक्राफ्ट ओवरहॉल डिवीजन, नासिक के महाप्रबंधक के रूप में पदभार संभाला। विमान ओवरहाल डिवीजन, नासिक के महाप्रबंधक के रूप में उनके नेतृत्व में उन्होंने एसयू-30 एमकेआई विमान के आरओएच चक्र समय को कम करने की चुनौती ली और परियोजना प्रबंधन उपकरणों का प्रभावी ढंग से उपयोग करके 22 महीने के निर्धारित चक्र समय के मुकाबले 15 महीने के चक्र समय को सफलतापूर्वक हासिल किया। इससे विमानों का त् वरित कायापलट सुनिश्चित हुआ जिससे विमान के कुल तकनीकी जीवन (टीटीएल) का प्रभावी उपयोग बढ़ा और भारतीय वायुसेना की संक्रियात्मक तैयारियों में वृद्धि हुई। वह एसयू-30 एमकेआई विमानों के 40 प्रकार के गैर-मरम्मत योग्य एलआरयू के लिए मरम्मत प्रौद्योगिकियों के स्वदेशी विकास के वास्तुकार थे, जो आत्मनिर्भरता को मजबूत करने और एसयू -30 आरओएच में आत्म निर्भरता प्राप्त करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। वित्त वर्ष 2021-22 और 2022-23 के लिए, उन्होंने एयरक्राफ्ट ओवरहॉल डिवीजन को प्रत्येक वर्ष लगातार 20 विमानों का उत्पादन करके क्रमशः 14 और 11 विमानों के एसयू -30 आरओएच कार्य को न केवल प्राप्त करने बल्कि पार करने के लिए प्रेरित किया। डिवीजन को वर्ष 2020-21 और 2021-22 के लिए लगातार "शारीरिक प्रदर्शन" श्रेणी के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले डिवीजन के रूप में सम्मानित किया गया। इसके अलावा, एयरोनॉटिकल उद्योग की क्षमताओं का प्रदर्शन करते हुए, उन्होंने टीम का नेतृत्व किया और अब तक के सबसे बड़े डिफेंस एक्सपो 2022 को सफलतापूर्वक निष्पादित किया।
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