नेतृत्व
एम जेड सिद्दीकी
गैर - कार्यकारी निदेशक [सरकार द्वारा नामित निदेशक]
एम जेड सिद्दीकी
  श्री एम जेड सिद्दीकी, विशिष्ट वैज्ञानिक एवं महानिदेशक (एरोनॉटिकल सिस्टम), एक मैकेनिकल इंजीनियर हैं और इन्होंने वर्ष 1988 में इंस्टीट्यूट ऑफ आर्मामेंट टेक्नोलॉजी (आईएटी), पुणे से "गैस टर्बाइन टेक्नोलॉजी" संबंधी फेलोशिप कार्यक्रम पूरा किया है। इन्होंने 90 के दशक की शुरुआत में, एरो गैस टरबाइन इंजन कंपोनेंट परीक्षण एवं मूल्यांकन के संबंध में मेसर्स जनरल इलेक्ट्रिक, यूएसए में एक वर्ष का प्रशिक्षण प्राप्त किया ।

 श्री एम जेड सिद्दीकी ने वर्ष 1988 में वैज्ञानिक 'बी' के रूप में गैस टर्बाइन रिसर्च एस्टैब्लिशमेंट जीटीआरई, बेंगलूरु में कार्यभार ग्रहण किया और एक्सिल फ्लो कंप्रेसर सिस्टम्स के डिजाइन एवं परीक्षण से संबद्ध रहे । दिसंबर, 2007 में, उन्हें परियोजना निदेशक (कावेरी) के रूप में नियुक्त किया गया । इनके नेतृत्व में सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ एविएशन मोटर्स (सीआईएएम), रूस में अल्टीट्यूड टेस्ट एवं ग्रोमोव फ्लाइट रिसर्च इंस्टीट्यूट (जीएफआरआई), रूस में आईएल -76 विमान में कावेरी इंजन के फ्लाइंग टेस्ट बेड (एफटीबी) परीक्षण सफलतापूर्वक संपन्न किया गया । इस उपलब्धि के लिए, इन्हें वर्ष 2010 में "आत्मनिर्भरता में उत्कृष्टता के लिए डीआरडीओ अग्नि पुरस्कार-टीम लीडर" से सम्मानित किया गया ।
 
श्री एम जेड सिद्दीकी को अगस्त 2015 में जीटीआरई के निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया । जीटीआरई के निदेशक के रूप में, उन्होंने बहुआयामी भूमिकाएं निभाईं एवं देश में सैन्य गैस टर्बाइन इंजनों के डिजाइन व विकास के लिए उत्तरदायी रहें है। उनके नेतृत्व में, विभिन्न हवाई अनुप्रयोगों के लिए गैस टरबाइन प्रणालियों एवं प्रौद्योगिकियों के स्वदेशी विकास से संबंधित विभिन्न प्रौद्योगिकी निदर्शक एवं मिशन मोड परियोजनाएं प्रगति पर हैं । भारतीय शिक्षा संस्थानों, उद्योग एवं राष्ट्रीय अनुसंधान संस्थानों के माध्यम से देश की भावी एरो इंजन प्रोपाल्शन प्रौद्योगिकी आवश्यकताओं की दिशा में कई अनुसंधान परियोजनाएं की जा रही है। 
 
श्री एमजेड सिद्दीकी देश में गैस टर्बाइन से संबंधित अनुसंधान को आगे बढ़ाने वाली कई राष्ट्रीय अनुसंधान व विकास पहल के लिए प्रौद्योगिकी नेतृत्व मार्गदर्शन प्रदान कर रहे हैं और वे इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ एयर ब्रीथिंग इंजन (आईएसएबीई) के राष्ट्रीय प्रतिनिधि भी हैं । उन्होंने रक्षा प्रौद्योगिकी एवं व्यापार पहल (डीटीटीआई) के तहत सह-अध्यक्ष के रूप में जेट इंजन प्रौद्योगिकी के लिए भारत-अमेरिका संयुक्त कार्य समूह में राष्ट्र का प्रतिनिधित्व किया एवं भारत-अमेरिका महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकी पहल के विचार-विमर्श में भाग लिया। उन्होंने गैस टर्बाइन सक्षम प्रौद्योगिकी (गेट) कार्यक्रम का नेतृत्व किया, जो विमान इंजनों के लिए अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों को विकसित करने के लिए भारतीय शिक्षा संस्थानों से संबद्ध एक महत्त्वपूर्ण अखिल भारतीय पहल है ।
 
श्री एमजेड सिद्दीकी को वर्ष 2022 में महानिदेशक (नेवल सिस्टम एंड मटीरियल्स) के रूप में नियुक्त किया गया । उन्होंने सोनार, एयर इंडिपेंडेंट प्रोपाल्शन, स्टेल्थ मैटीरियल, महत्वपूर्ण एवं उभरती एरोस्पेस सामग्री आदि से संबंधित कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का नेतृत्व किया । वर्तमान में, वे सशस्त्र बलों के लिए अत्याधुनिक यूएवी, मानवयुक्त एवं मानवरहित विमान, एरो गैस टर्बाइन इंजन प्रौद्योगिकी, एयरबोर्न निगरानी प्रणाली, पैराशूट एवं हवा से हलके उपकरणों से संबंधित प्रौद्योगिकियों तथा प्रणालियों के डिजाइन व विकास के उत्तरदायित्वों के साथ महानिदेशक के रूप में एरोनॉटिकल सिस्टम क्लस्टर प्रयोगशालाओं का भी नेतृत्व कर रहे है ।

 कंपनी में किसी भी अन्य निदेशक से इनका कोई संबंध नहीं है एवं कंपनी में इनकी कोई शेयरधारिता नहीं है।श्री टी नटराजन ने अन्ना
 
  विश्वविद्यालय के कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग गिंडी से माइनिंग इंजीनियरिंग में स्नातक और भारतीदासन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, भारतीदासन विश्वविद्यालय से वित्त में एमबीए पूरा किया है। वह गुजरात कैडर के 1996 बैच के भारतीय प्रशासनिक अधिकारी हैं।
 
 श्री टी नटराजन ने भारत सरकार में आर्थिक मामलों, वित्त, राजस्व, मानव संसाधन विकास आदि से संबंधित विभिन्न प्रशासनिक पदों पर कार्य किया और कई सूचीबद्ध और गैर-सूचीबद्ध कंपनियों में निदेशक के रूप में भी कार्य किया। वह वर्तमान में रक्षा उत्पादन विभाग, रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार में अतिरिक्त सचिव (रक्षा उत्पादन) के पद पर हैं।
 
 वह कंपनी के किसी भी अन्य निदेशक से संबंधित नहीं है और कंपनी में कोई शेयर नहीं रखता है।